लगातार ऐसी खबरें आ रही हैं कि भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं से आम लोगों में ज़बरदस्त नाराज़गी है।उधमपुर लोकसभा सीट पर इस तरह की चर्चाएं आम थी कि लोग भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के रुखे व अहंकारी व्यवहार से खुश नही हैं।
आज जम्मू में भी ऐसा ही एक दृश्य उस समय देखने में आया जब पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भारतीय जनता पार्टी नेता बाली भगत जम्मू के रूप नगर कालोनी के जेडीए क्लब में बने मतदान केंद्र में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने आए।
सफेद स्कोर्पियो में सवार बाली भगत ने मतदान केंद्र के मुख्य गेट को खुलवाने की कोशिश की। इस गेट को सुरक्षा कारणों से बंद रखा गया था।
बगल की एक गली से मतदाता अपना वोट डालने आ जा रहे थे।वृद्ध व विकलांग लोगों को छोड़कर किसी भी वाहन को मतदान केंद्र में ले जाने की मनाही थी।लेकिन बाली भगत अपनी गाड़ी को मतदान केंद्र के भीतर ले जाने के लिए अड़े हुए थे।
जबकि तमाम अन्य मतदाता अपने वाहनों को मतदान केंद्र के बाहर ही खड़ा कर रहे थे।
जब बार-बार कहे जाने के बावजूद मतदान केंद्र के मुख्य दरवाज़ा नही खोला गया तो मजबूरी में बाली भगत को छोटे दरवाज़े से पैदल ही मतदान केंद्र में दाखिल होना पड़ा।दिलचस्प तथ्य यह है कि बाली भगत लगभग 10 मिनट तक मुख्य दरवाज़े पर अपने वाहन में बैठ कर दरवाज़े के खुलने का इंतज़ार करते रहे।लेकिन उन्होंने वाहन से उतर कर जेडीए क्लब के ठीक बाहर बैठे भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलना ठीक नहीं समझा।उल्लेखनीय है कि सभी दलों के काउंटर जेडीए क्लब के मुख्य दरवाज़े पर बनाए गए थे।
मगर एक समस्या अभी और थी।आगे लंबी लाइन लगी हुई थी। लेकिन पूर्व मंत्री बाली भगत को यहां भी लाइन में खड़ा होने में परेशानी थी।
भारतीय जनता पार्टी के काउंटर पर बैठे एक कार्यकर्ता का कहना था कि बड़े नेताओं के इसी व्यवहार से छोटा कार्यकर्ता मायूस है।