ऐतिहासिक उपलब्धि: वंदे भारत एक्सप्रेस 75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पहुंची कश्मीर घाटी

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भारत की प्रतिष्ठित हाई-स्पीड ट्रेन ने घाटी तक अपनी पहली यात्रा पूरी कर इतिहास रच दिया।

75वें गणतंत्र दिवस से पहले वंदे भारत एक्सप्रेस ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। इस ट्रेन ने कटरा से बडगाम तक की ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरी कर ली, जिससे कश्मीर घाटी भारत के रेलवे नेटवर्क से सीधे जुड़ गई।

कश्मीर से देश के बाकी हिस्सों को जोड़ने का सपना हुआ साकार
श्री माता वैष्णो देवी रेलवे स्टेशन, कटरा से बडगाम, कश्मीर तक वंदे भारत एक्सप्रेस की पहली ट्रायल रन सफलतापूर्वक पूरी हुई। इस ऐतिहासिक पल को रेलवे अधिकारियों ने देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि करार दिया।

प्रधानमंत्री के सपने को मिली उड़ान
“प्रधानमंत्री का सपना, कश्मीर को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने का, आज साकार हो गया। वंदे भारत ट्रेन कश्मीर घाटी तक पहुंच चुकी है,” उत्तरी रेलवे के श्रीनगर क्षेत्र के प्रमुख क्षेत्र प्रबंधक सादिक यूसुफ ने मीडिया से कहा।
उन्होंने बताया, “यह ट्रेन पहाड़ी और बर्फीली परिस्थितियों में भी चलने के लिए डिज़ाइन की गई है। इसमें टॉयलेट्स में हीटिंग डक्ट्स, पाइप और टैंकों में सिलिकॉन हीटिंग टैब्स लगाए गए हैं, ताकि पानी जम न सके। यह एक अत्याधुनिक ट्रेन है।”

यूएसबीआरएल परियोजना और तकनीकी चमत्कार
यह ट्रेन अनजी खड ब्रिज, भारत के पहले केबल-स्टे रेल ब्रिज, और विश्व के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज चिनाब ब्रिज से गुजरी।
कश्मीर घाटी के ठंडे मौसम को ध्यान में रखते हुए डिज़ाइन की गई यह वंदे भारत ट्रेन जम्मू-कश्मीर के लिए तीसरी है, लेकिन कश्मीर घाटी में चलने वाली पहली।

ट्रेन में विशेष रूप से एडवांस्ड हीटिंग सिस्टम लगाए गए हैं, ताकि पानी और बायो-टॉयलेट टैंक न जमें। इसके अलावा, ठंडी जलवायु में ऑपरेशन को सुचारू बनाए रखने के लिए विंडशील्ड में हीटिंग एलिमेंट्स लगाए गए हैं।

 

यूएसबीआरएल परियोजना का संपूर्ण विवरण
उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेलवे लाइन (यूएसबीआरएल) परियोजना के तहत 272 किलोमीटर की दूरी में 38 सुरंगें और 927 पुल शामिल हैं। इनमें से देश की सबसे लंबी सुरंग, टनल T-49, जिसकी लंबाई 12.75 किलोमीटर है, पूरी हो चुकी है।
चिनाब ब्रिज, जो 359 मीटर ऊंचा है और एफिल टॉवर से 35 मीटर अधिक ऊंचाई पर स्थित है, इस परियोजना का एक प्रमुख आकर्षण है।

यूएसबीआरएल परियोजना के पहले चरण में अक्टूबर 2009 में काज़ीगुंड-बारामुला खंड शुरू किया गया था। जून 2013 में बनिहाल-काज़ीगुंड खंड और जुलाई 2014 में उधमपुर-कटरा खंड का उद्घाटन किया गया। फरवरी 2024 में बनिहाल-कटरा खंड पर पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन की ट्रायल रन भी सफलतापूर्वक पूरी हुई।

75वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर इस ऐतिहासिक पल ने कश्मीर को देश के विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक और बड़ा कदम साबित किया है।

 

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